दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर: वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन का बढ़ता संकट स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए हर गुजरते दिन के साथ गंभीर चुनौतियां पैदा कर रहा है। सामूहिक और स्थानीय स्तर पर समाधानों की आवश्यकता को समझते हुए जालंधर जिला प्रशासन ने स्वच्छ वायु और स्वस्थ समुदायों के लिए निरंतर कार्रवाई को आगे बढ़ाने हेतु लंग केयर फाउंडेशन के साथ एक एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर किए है।
इस एम.ओ.यू पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(ज) अमनिंदर कौर बराड़ और लंग केयर फाउंडेशन के संस्थापक-ट्रस्टी डॉ. राजीव खुराना ने हस्ताक्षर किए। उन्होंने जालंधर जिले में स्वच्छ वायु को बढ़ावा देने, स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों को बढ़ाने, फसल अवशेष जलाने की समस्या का समाधान करने और वायु गुणवत्ता और जन स्वास्थ्य में सुधार के लिए स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए अपनी वचनबद्धता दोहराई।
वहीं लंग केयर फाउंडेशन (एल.सी.एफ) ने संयुक्त राष्ट्र वातावरण प्रोग्राम (यू.एन.ई.पी) के सहयोग से अपने ‘डॉक्टर्स फॉर क्लीन एयर एंड क्लाइमेट एक्शन’ प्रोग्राम के माध्यम से जालंधर जिला प्रशासन के साथ मिलकर वायु प्रदूषण के स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में जन जागरूकता पैदा करेगा, जिसमें पराली जलाने की समस्या पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिला स्तरीय नीतियों को मजबूत किया जाएगा, फसल अवशेष प्रबंधन का समर्थन किया जाएगा और क्षमता निर्माण को बढ़ावा दिया जाएगा। यह साझेदारी स्वच्छ वायु को मौलिक अधिकार के तौर पर बहाल करके सार्वजनिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए एक सांझा दृष्टिकोण को उजागर करती है।