दोआबा न्यूज़लाईन (नई दिल्ली/विदेश)
नई दिल्ली : अमेरिका ने भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय एच-1 बी, एल-1 और ईबी-5 जैसे गैर अप्रवासी वीजा की विभिन्न श्रेणियों के लिए शुल्क में भारी वृद्वि की घोषणा की है। वर्ष 2016 के बाद पहली बार शुल्क बढ़ोतरी की जा रही है, जो 1 अप्रेल को लागु होगी। एच-1 बी वीजा एक गैर अप्रवासी वीजा है जो अमरीकी कंपनियों को विदेशी श्रमिकों को विदेश व्यवसाओं में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनके लिए सैंद्धांतिक या तकनीकी विशेष्ज्ञता की आवश्यकता होती है। प्रौद्योगिकी कंपनिया भारत और चीन जैसे देशों से हर साल हजारों कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस नीति पर निर्भर है।
एच-1 बी पंजीकरण शुल्क अगले साल से 10 अमरीकी डॉलर से बढ़ाकर 215 अमरीकी डॉलर हो जायेगा। एल-1 वीजा का शुल्क 460 अमरीकी डॉलर से बढ़ाकर 1385 अमरीकी डॉलर कर दिया गया है और निवेशक वीजा के रूप में लोकप्रिय ईबी 5 वीजा का शुल्क 3675 अमरीकी डॉलर से बढ़कर 11,160 अमरीकी डॉलर हो गया है।