दोआबा न्यूज़लाइन
ड्राइवर का आज उनके पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
जालंधर: पंजाब के जालंधर में रोडवेज ड्राइवर जगजीत सिंह हत्या मामले में परिवार को इंसाफ और मुआवजा दिलवाने के लिए कर्मचारियों के प्रदर्शन को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। बताया जा रहा है कि बीती देर रात सरकार द्वारा मृतक ड्राइवर की पत्नी को सरकारी नौकरी और 50 लाख की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया गया है। जिसके बाद कर्मचारियों ने यह धरना ख़त्म कर दिया है और बसें चलानी शुरू कर दी हैं।
जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्ट मंत्री लालजीत भुल्लर से भरोसा मिलने के बाद अब जगजीत के पैतृक अमृतसर के रईयां के गांव टांगरी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। यूनियन के डिपो-1 के प्रधान विक्रमजीत ने बताया कि सरकार ने उनकी मांगें मान ली हैं। इसलिए वे आज से बसें चला रहे हैं।
वहीं इस दौरान पंजाब रोडवेज के GM मनिंदर सिंह ने कहा कि हमारे ड्राइवर की मौत से हमें बहुत बड़ा झटका लगा है। हम अपने तौर पर परिवार को पैसा इकठ्ठा करके दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों ने फैसला लिया है कि जब तक सरकार से कोई मदद नहीं मिलेगी, तब तक वह जगजीत के बच्चों को गोद लेंगे और अगले दो साल तक उनका खर्च उठाएंगे। हालांकि सरकार ने जगजीत की पत्नी के लिए नौकरी देने का ऐलान कर दिया है। लेकिन सरकारी प्रक्रिया में वक्त लगता है, इसलिए तब तक सभी कर्मचारी परिवार का खर्च उठाएंगे।
ड्राइवर जगजीत हत्याकांड, जालंधर में डिपो के बाहर शव रख प्रदर्शन कर रहे ड्राइवर-कंडक्टर और परिवार
जालंधर रोडवेज डिपो के ड्राइवर जगजीत हत्याकांड में डिपो के बाहर जालंधर में सभी ड्राइवर-कंडक्टर कल से सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। दोपहर को ड्राइवर जगजीत का शव भी यहां धरना स्थल पर लाया गया है और अब शव यहां रखकर कर्मचारियों द्वारा मृतक ड्राइवर के परिवार को इन्साफ दिलाने के लिए प्रदर्शन किया जा रहा है।
आज रात तक सरकार नहीं जगी तो कल ट्रांसपोर्ट मंत्री के घर के आगे शव रखकर करेंगे प्रदर्शन
जानकारी के अनुसार इस हत्या के बाद से रोडवेज के कच्चे मुलाजिमों की यूनियन में रोष है। जिसके चलते जालंधर रोडवेज डिपो के ड्राइवरों-कंडक्टरों ने रोडवेज बसें रोक दी हैं। बताया जा रहा है कि करीब 200 बसें डिपो के अंदर कड़ी हुई हैं। इस प्रदर्शन में मृतक ड्राइवर के परिवार से उनके भाई शामिल हुआ है। मृतक के भाई का कहना है कि उनकी सरकार से मांग है कि जगजीत कि पत्नी को नौकरी और 50 लाख-१ करोड़ के करीब सहायता राशि दी जाये ताकि परिवार का गुजरा आसानी से चल सके।
वहीं जालंधर रोडवेज डिपो-1 के प्रधान विक्रमजीत सिंह का कहना है कि GM के रोडवेज की SSP और DSP से बातचीत चल रही है। अगर अगर कोई हल निकल जाता है तो ठीक है अगर हल नहीं निकला तो रात भर ये प्रदर्शन जारी रहेगा। इसके साथ ही सुबह वे लोग तरनतारन के लिए निकलेंगे और वहां ट्रांसपोर्ट मंत्री के घर के आगे शव रखकर प्रदर्शन करेंगे।
जालंधर बस स्टैंड में हड़ताल पर उतरे कर्मचारी, ड्राइवर हत्या मामले में लगाया धरना
पंजाब के जालंधर बस स्टैंड में फिर आज एक बार जालंधर रोडवेज डिपो के कर्मचारी हड़ताल पर बैठ गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार कर्मचारियों की यह हड़ताल कुराली के पास में बीते मंगलवार शाम को रोडवेज के ड्राइवर की हत्या मामले में रोष सवरूप की गई है। हड़ताल के दौरान सभी ड्राइवर बसें रोककर रोडवेज डिपो में धरने पर बैठ गए हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को जालंधर रोडवेज डिपो के एक ड्राइवर की मामूली कहासुनी के चलते एक बोलेरो गाड़ी के चालक ने रॉड मारकर हत्या की गई थी, जिसके कारण सभी ड्राइवर विरोध पर उतर आए हैं। मृतक ड्राइवर की पहचान 36 वर्षीय जगजीत सिंह के रूप में हुई है। वह जालंधर रोडवेज डिपो में तैनात था
इस दौरान कर्मचारियों ने बताया कि सरकार ने मृतक ड्राइवर के लिए किसी तरह के मुआवजे का आश्वासन नहीं दिया है। ऊपर से कच्चे मुलाजिमों की इंश्योरेंस स्कीम को भी बंद कर दिया है। मृतक ड्राइवर जगजीत सिंह शादीशुदा था और उसके दो बच्चे हैं। उसका परिवार किस तरह से गुजारा करेगा। उनकी सरकार से मांग है कि मृतक के बच्चों को कम से कम 1 करोड़ रूपये की सहायता और पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। उन्होंने कहा कि आज हमने डिपो बंद कर रोष प्रदर्शन किया और कुछ घंटों बाद यहां मृतक ड्राइवर की डेड बॉडी रख कर आज प्रदर्शन करेंगे। अगर फिर भी सरकार नहीं मानी तो कल पंजाब के 27 डिपो बंद कर रोष प्रदर्शन करेंगे और फिर तीखा संघर्ष करेंगे।
उन्होंने बताया कि बीते मंगलवार शाम को कुराली के नजदीक रोडवेज के ड्राइवर की हत्या कर दी गई थी। बस चंडीगढ़ से जालंधर आ रही थी। कुराली में रेड लाइट पर ड्राइवर ने साइड लेने के लिए हॉर्न बजाया तो आगे खड़ी बोलेरो के ड्राइवर ने छाती में रॉड मार दी थी। रॉड लगते ही ड्राइवर मौके पर ही गिर गया। लोगों ने उसे उठाकर कुराली के सिविल अस्पताल पहुंचाया। यहां से डॉक्टरों ने फर्स्ट एड देने के बाद मोहाली रेफर कर दिया। वहां पहुंचते ही उसे डेड डिक्लेयर कर दिया गया।