न्यू रूबी अस्पताल के माहिर कार्डिओलॉजिस्ट डॉ. मनबीर ने सीने में दर्द विषय पर किया एक विशेष सेमिनार

दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/स्वास्थ्य)

जालंधर: शहर के न्यू रूबी हॉस्पिटल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. मनबीर सिंह ने एक स्थानीय होटल में डॉक्टरों की एक सभा को संबोधित किया और सीने में दर्द के कारणों और इसे कैसे प्रबंधित किया जाना चाहिए विषय पर व्याख्यान दिया। अस्पताल के निदेशक डॉ. एसपीएस ग्रोवर ने सबको संबोधित करते हुए सीने में दर्द के विषय के बारे में बताया।

डॉ. मनबीर सिंह ने बताया कि सीने में दर्द के कई गैर-हृदय कारण भी होते हैं जैसे ग्रासनलीशोथ, गैस्ट्रिटिस, कॉस्टोकॉन्ड्राइटिस आदि। सबसे आम कारण कोरोनरी धमनियों में ब्रोकेज है जो दिल के दौरे के रूप में प्रकट हो सकता है। सीने में दर्द के इतिहास को उचित रूप से लिया जाना चाहिए जैसे दर्द का प्रकार, गंभीरता, संकुचन की भावना, घबराहट और इसके साथ जुड़े लक्षणों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

हृदय के वाल्वुलर रोग के कारण भी सीने में दर्द हो सकता है। सीने में दर्द का मूल्यांकन करने के लिए ईसीजी पहली जांच है, इसके बाद रक्त परीक्षण, इकोकार्डियोग्राफी और टीएमटी किया जाता है। यदि अन्य जांचें सामान्य हैं और रोगी को दिल के दर्द जैसा दर्द हो रहा है तो कोरोनरी एंजियोग्राफी भी की जानी चाहिए।

यदि रोगी को दिल का दौरा या एनजाइना हो रहा है तो निदान का समय बहुत महत्वपूर्ण है, तत्काल उपचार से हृदय की मांसपेशियों को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। क्लॉट को घोलने वाली दवाओं या स्टेंट लगाकर रुकावट को जल्द से जल्द दूर किया जाना चाहिए। यदि रोगी को स्टेंट दिया गया है, तो उसे कोलेस्ट्रॉल को सामान्य रखने और रक्त को यथासंभव पतला रखने के लिए जीवन भर दवा लेनी पड़ती है। बैठक के बाद प्रश्न/उत्तर सत्र हुआ।

बैठक में निम्नलिखित डॉक्टरों ने भाग लिया:-

डॉ. सरबजीत सिंह
डॉ. परमजीत सिंह
डॉ. संदीप
डॉ. राज कुमार
डॉ. हरी पाल सिंह
डॉ. मुकेश
डॉ. अमर खोसला
डॉ. बलबीर
डॉ. प्रमोद कुमार
डॉ. एच.एस. भाटिया
डॉ. बी.एस. भाटिया
डॉ. पी.एस. अरोड़ा

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