3 मार्च तक दिल्ली कूच टला, शंभू-खनौरी के साथ डबवाली बॉर्डर पर भी धरना देंगे किसान

दोआबा न्यूज़लाईन (पंजाब/देश)

पंजाब: किसान अपनी मांगो को लेकर शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे है। किसान आंदोलन का आज 19वां दिन है। किसानों ने शुभकरण की मौत के बाद संघर्ष को धीमा कर दिया है। इसी कड़ी में किसानों ने बड़ा एलान करते हुए कहा कि शुभकरण का भोग न होने तक किसान दिल्ली कूच नहीं करेंगे।

रात से हो रही बरसात के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। किसानों ने बरसात से बचने के लिए अपने टैंटों को तिरपालों से ढका है। इसके साथ ही ट्रैक्टरों को भी तिरपाल से ढका जा रहा है। इसके अलावा किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि अब किसान आंदोलन शंभू-खनौरी बॉर्डर के साथ-साथ डबवाली बॉर्डर पर भी किसानों का धरना जारी रहेगा। 3 मार्च के बाद ही अब अगली रणनीति का पता चलेगा।

किसान आंदोलन-2 का 14वां दिन, संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसान निकाल रहे ट्रैक्टर मार्च

पंजाब: शम्भू और खनौरी बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना आज 14वें दिन में प्रवेश कर चुका है। सोमवार को आज संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के आह्वान पर उत्तर प्रदेश में किसान ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे। किसान इस दौरान वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के पुतले भी फूंकेंगे। किसानों के अनुसार दिल्ली जाने वाले राजमार्गों की एक लेन पर ट्रैक्टर चलेंगे और दूसरी लेन पर अन्य सभी वाहन चलेंगे। उनका कहना है कि उनके इस ट्रैक्टर मार्च के दौरान आम जनता को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी।

बता दें कि किसानों का ये कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू होकर दोपहर 3-4 बजे तक रहेगा। इसके बाद सभी किसान अपने-अपने घरों को वापस लौट जाएंगे। जानकारी के मुताबिक इस दौरान भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत खुद मुजफ्फरनगर, मेरठ और फिर गाजियाबाद पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि आज यूपी, उत्तराखंड के भूराहेड़ी चेकपोस्ट से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर तक पूरे हाइवे पर ट्रैक्टर खड़े किए जाएंगे।

किसान आंदोलन 2 : दिल्ली कूच 29 फरवरी तक टला, हरियाणा में टकराव से हालात तनावपूर्ण, इंटरनेट बैन बढ़ा

किसान आंदोलन को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया है। पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। दोनों बॉर्डर पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। किसान आंदोलन का शनिवार (24 फरवरी) को 12वां दिन है। किसान शुभकरण की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली कूच को टाल दिया है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर आज शाम को कैंडल मार्च होगा। जहां मृतक किसान को श्रद्धांजलि दी जाएगी। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए हरियाणा के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक 24 फरवरी की रात 12 बजे तक बढ़ा दी गई है।

जानकारी के अनुसार एक दिन पहले शुक्रवार (23 फरवरी) को हरियाणा में किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया। किसान हिसार के नारनौंद से खनौरी बॉर्डर जाना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। यह देख किसानों ने पथराव किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस झड़प में 24 पुलिसकर्मी और 16 किसान घायल हुए। हालांकि केंद्र सरकार किसानों से बातचीत करने के लिए तैयार है। चार बैठकों के बाद नतीजा शून्य निकला जिसके बाद किसानों ने दिल्ली कूच करने का फैसला किया था।

किसान आंदोलन 2: दिल्ली कूच से पहले किसानों की अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस

पंजाब: किसान आज 11 बजे दिल्ली कूच करने जा रहे है। जिससे पहले किसान नेताओं द्वारा शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई है। इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अगर किसानों की चिंता सरकार को है तो वो हमारी MSP की मांगो को क्यों नहीं पूरा कर रही है। किसानों कि कूच की तैयारी को देख पुलिस प्रशासन पूरी तरह चौकस है।

पंधेर ने कहा कि हमारी मांगो को पूरा कर दे सरकार या फिर हमें दिल्ली की तरफ कूच करने दे। हमारे ही देश में हमे दुश्मन की तरह ना देखा जाए। अशांति फैलाना हमारा मकसद नहीं है। सरकार किसानों के लिए बैरीगेटिंग ना लगाए। या तो मांगो को हमारी पूरी कर दे या दिल्ली की तरफ आराम से जानें दे।

बता दें कि कल किसानों ने ऐलान किया था कि वह आज यानि 21 फरवरी को शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। वहीं गृह मंत्रालय ने कड़ी आलोचना करते हुए पंजाब सरकार को अपनी कड़ी आपत्ति जताई है। बॉर्डर के साथ लगने वाले इलाको में व्हाट्सएप,फेसबुक, इंटरनेट पर रोक लगा दी है।

सरकार ने 4 फसलों पर दिया MSP का आश्वासन, किसानों ने कहा विचार करके देंगें जवाब

रविवार देर रात को केंद्र सरकार के मंत्रियों और किसान संगठनों के बीच चौथे दौर की बात हुई, जिसमें सरकार की तरफ से मौजूद मंत्रियों की तरफ से किसानों को 4 फसलों को लेकर MSP का आश्वासन दिया गया, जिसपर किसान नेताओं ने कहा कि हम विचार करके बताएंगें।

बता दें कि रविवार को किसान नेताओं और केंद्र सरकार की तरफ से तीन मंत्री चौथे दौर की मीटिंग में शामिल थे। जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान भी खासतौर पर मौजूद रहे। यह मीटिंग देर रात लगभग 1 बजे तक चली। मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बताया कि आज की मीटिंग सकारात्मक रही। केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को 4 फसलों पर MSP का आश्वासन दिया गया और कहा कि इसमें 2 साल का लिखित में अनुबंध किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने कहा लिखित अनुबंध 2 साल का नहीं, कम से कम 5 साल का होना चाहिए। इस पर सहमति हो गई। उन्होंने कहा कि किसान नेताओं की तरफ से भी सकारात्मक मीटिंग रही। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब के लोगों से अपील की है कि वह राज्य में शांति का माहौल बनाए रखें। क्योंकि इसका जो भी हल निकलेगा बातचीत से ही निकलेगा।

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगें

दूसरी तरफ किसान नेताओं ने कहा कि हम सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगें नहीं तो फिर 21 को दिल्ली कूच करेंगें। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि MSP को लेकर सरकार की तरफ से प्रस्ताव आया है कि दाल, मक्की और कपास को केंद्र की 2 एजेंसियां MSP पर ख़रीदेगीं और उन एजेसियों का हमारे साथ लिखित में अनुबंध होगा।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि अभी सरकारी प्रस्ताव फसलों को लेकर आया है। अभी कर्ज मुक्ति, स्वामीनाथन जी का फार्मूला , गन्ने पर MSP और अन्य मुद्दों को लेकर चर्चा बाकी है। सरकार के प्रस्ताव को हम अपने सहयोगियों से चर्चा करने के बाद निर्णय लेंगे और सरकार को अपना फैसला बता देंगे। उन्होंने कहा कि 21 तारीख का दिल्ली कूच का कार्यक्रम अभी भी बना हुआ है अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो हम सरकार से अपील करेंगे कि हमें शांतिपूर्ण दिल्ली जाने दिया जाए।

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