दोआबा न्यूजलाइन
हेल्पलाइन नंबर भी किया जारी
जालंधर : बेसहारा पशुओं के कल्याण और बहुमूल्य मानव जीवन की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे 31 अगस्त तक बेसहारा पशुओं को गौशालाओं तक पहुँचाना सुनिश्चित करें।
आज यहाँ जिला प्रशासनिक परिसर में जिला पशु कल्याण समिति और जिला पशु क्रूरता निवारण सोसायटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए, उपायुक्त ने इस कार्य को मिशन मोड पर चलाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि इस कदम का उद्देश्य आम लोगों की जान-माल की सुरक्षा के साथ-साथ बेसहारा पशुओं का उचित रखरखाव सुनिश्चित करना है। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त (शहरी विकास) जसबीर सिंह, एसडीएम आदमपुर विवेक कुमार मोदी अतिरिक्त कार्यभार अतिरिक्त उपायुक्त (ग्रामीण विकास) भी उपस्थित थे।
बेसहारा पशुओं की समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए डॉ. अग्रवाल ने अधिकारियों को गौशालाओं की क्षमता बढ़ाने, कार्यबल बढ़ाने, पशुपालकों को जागरूक करने और अन्य ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने पशुपालकों और डेयरी मालिकों को एसपीसीए में शामिल करने पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पशुपालकों और डेयरी मालिकों को जागरूक करें कि वे दूध देना बंद कर चुके पशुओं को बेसहारा छोड़ने के बजाय गौशालाओं में ले जाएं ताकि उनकी उचित देखभाल की जा सके।
घायल और बीमार पशुओं की उचित देखभाल के लिए उपायुक्त ने जिला प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर 9646-222-555 जारी किया और कहा कि लोग किसी भी घायल और असहाय पशुधन की सूचना देने के लिए इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सूचना मिलने पर प्रशासन की टीमें उक्त बीमार या घायल पशुधन के उपचार और देखभाल की उचित व्यवस्था करेंगी।
बैठक के दौरान, कनिया कलां पशु तालाब की क्षमता बढ़ाने पर भी विस्तृत चर्चा हुई। उपायुक्त ने एसडीएम शाहकोट को निर्देश दिए कि वे इस संबंध में 31 जुलाई 2025 तक प्रस्ताव भेजें ताकि इस संबंध में आगे की कार्रवाई की जा सके। बैठक के दौरान, जिले में पशु जन्म नियंत्रण (एबीसी) कार्यक्रम और गौ-उपकर संग्रह की प्रगति की भी समीक्षा की गई।
बैठक में सहायक निदेशक पशुपालन डॉ. बलबीर सिंह और डॉ. कुलविंदर सिंह के अलावा नगर निगम जालंधर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।