पंजाब कैबिनेट मीटिंग में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल CM मान, बाढ़ ग्रस्त लोगों के लिए किए ये बड़े ऐलान

दोआबा न्यूजलाइन

चंडीगढ़: पंजाब सरकार की आज कैबिनेट मीटिंग हुई, जिसमें सीएम भगवंत मान अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए। मिली जानकारी के अनुसार करीब दो घंटे चली इस मीटिंग में सीएम ने बाढ़ ग्रस्त लोगों को राहत प्रदान करने के लिए कई अहम ऐलान किए। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि मैं अस्पताल के कमरे से भी हर समय पंजाबियों की चिंता करता हूं। बैठक मैं उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ‘जिसका खेत, उसकी रेत’ निति लागू करने के साथ-साथ बाढ़ के कारण किसानों की फसल नुकसान की भरपाई के लिए 20 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा देगी। उन्होंने कहा कहा कि किसान अपने खेत की रेत और मिटटी बेच भी सकता है वहीं सीएम मान ने कहा कि ये मुआवजा देश के किसी भी राज्य द्वारा दिया जाने वाला सबसे अधिक मुआवजा है।

वहीं मीटिंग शुरू होने से पहले वीडियो सन्देश के जरिए सीएम मान ने कहा कि “पंजाबियों को मेरी तरफ से प्यार भरा सत श्री अकाल। मैं इस समय अस्पताल में भर्ती हूं। बीमार कोई भी हो सकता है, मैं भी इंसान हूं दिन-प्रतिदिन मेरी तबीयत में सुधार हो रहा है। “मैं धीरे-धीरे ठीक हो रहा हूं, जैसे ही छुट्टी मिलेगी, मैं आपके बीच आऊंगा। मैं लोगों के बिना नहीं रह सकता। आपके दर्द के सामने मेरा दर्द बहुत छोटा है। आपकी चुनी हुई सरकार हर वक्त आपके साथ खड़ी है।” उन्होंने यह भी कहा कि मैं अस्पताल के कमरे से ही हर समय पंजाबियों की चिंता करता हूं। मैंने यहां मुख्य सचिव और DGP को बुलाकर बाढ़ से हुए नुकसान को लेकर बैठक की है। जिसमें कुछ अहम फैसले लिए गए हैं।”

वहीं बैठक में सीएम मान ने बाढ़ के कारण अपनी जान गवाने वालों के परिवारों को 4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की बात भी कही। इसके साथ ही उन्होंने किसानों को सोसाइटियों या कॉपरेटिव बैंकों से लिए कर्ज की क़िस्त देने में छह महीने की छूट दी और इस दौरान कोई ब्याज भी नहीं लगेगा।

वहीं उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ के कारण जिन परिवारों के घर ढेह गए हैं, या पानी में बह गए हैं। उनका सर्वे करवा कर बनते नुकसान का आकलन कर सरकार मुआवजा दिया जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस आपदा में बड़ी संख्या में पशु और मछलियों का नुकसान हुआ है लेकिन घबराएं नहीं क्योंकि सरकार इसकी भरपाई करेगी। इसके साथ ही बाढ़ के कारण मवेशियों की मृत्यु से कोई बीमारी न फैले, इसके लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण शुरू किया जाएगा।

वहीं उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद बीमारियों से बचाव के लिए लगभग करीब 1700 गांवों के लगभग 300 शहरी वार्डों में फॉगिंग मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी और गांव में क्लीनिक लगाकर डॉक्टरों की टीम भेजी जाएगी, ताकि दवाइयां और इलाज लोगों को नजदीक ही उपलब्ध हों। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि गांवों में शिविर लगाए जाएंगे ताकि लोगों को बीमारियों से बचाया जा सके।

Related posts

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज प्रदान किए माई भारत-राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार

तरनतारन में बजा उपचुनाव का डंका, AAP विधायक के निधन पर खाली हुई थी सीट

पंजाब की AAP पार्टी ने ‘नशा मुक्ति मोर्चा’ के नए पदाधिकारियों का किया ऐलान, देखें List…