दोआबा न्यूजलाइन
अमेरिका ने भारत के सामने टैरिफ हटाने के लिए BRICS छोड़ने की रखी थी शर्त
नई दिल्ली: ब्राज़ील में 8 सितम्बर 2025 को होने जा रहे BRICS नेताओं के वर्चुअल समिट में इस बार भारत का प्रतिनिधित्व पीएम मोदी की जगह विदेश मंत्री एस जयशंकर करेंगे। इस बात की जानकारी शुक्रवार को बयान जारी कर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दी। उन्होंने कहा कि इस बार भारत की ओर से इसमें विदेश मंत्री भाग लेंगे। दरअसल ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा ने भारत को BRICS में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था।
जानकारी के मुताबिक इस सम्मलेन में अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से निपटने के उपायों और बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की जाएगी। हालांकि ब्राजील इसे अमेरिका विरोधी शिखर सम्मेलन के रूप में पेश नहीं कर रहा है। वहीं कहा यह भी जा रहा है कि पीएम मोदी का इसमें शामिल न होना यह दिखाता है कि भारत 2026 BRICS समिट की अध्यक्षता से पहले एहतियात बरत रहा है। क्योंकि इससे पहले अमेरिका भारत को टैरिफ वापस लेने के बदले BRICS छोड़ने की शर्त रख चुका है।
दरअसल अमेरिका के उद्योग मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने बीते दिन एक टीवी शो पर बात करते हुए भारत पर 25% एक्स्ट्रा टैरिफ हटाने के लिए तीन शर्त रखीं। उन्होंने कहा कि भारत को रूस से तेल खरीदना बंद करना पड़ेगा, BRICS से अलग होना होगा और अमेरिका का सपोर्ट करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत रूस और चीन के बीच ब्रिज बनना चाहता है तो बने, लेकिन या तो डॉलर या अमेरिका का समर्थन करें। अपने सबसे बड़े ग्राहक का सपोर्ट करें या 50% टैरिफ चुकाए। हालांकि अमेरिका यह भी उम्मीद जता रहा है कि भारत जल्द ही अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते की बातचीत करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका हमेशा बातचीत के लिए तैयार है।