दोआबा न्यूज़लाईन
जालंधर (पूजा मेहरा) आजकल गुर्दे की बीमारी लोगों में आम देखने को मिल रही है। इसका कारण हमारा खान पान ओर लाइफस्टाइल है, क्योंकि हम अपने शरीर की तरफ कम ध्यान देते हैं जिसके कारण हमें कोई भी रोग लग जाता है। इसीलिए दोआबा न्यूज़लाइन की टीम नार्थ इंडिया के मशहूर कुंदन किडनी केयर सेंटर में पहुंची। जहां पर किडनी स्पेशलिस्ट डॉ. रमन कलसी ने हमें किडनी के रोग के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी और इससे बचने के उपाय भी बताये। इस आर्टिकल में आप जानेंगे की कौन सी सावधानियां अपनाकर आप इस बीमारी का शिकार होने से बच सकते हैं।
सबसे पहले हम जानेंगे कि गुर्दे की बीमारी क्या है?
गुर्दे की बीमारी का मतलब है कि आपके गुर्दे क्षतिग्रस्त हैं और वे रक्त की उस तरह से सफाई नहीं कर सकते जैसे एक स्वस्थ मनुष्य के गुर्दे रक्त की सफाई का काम करते हैं। यदि आपको मधुमेह या उच्च रक्तचाप है तो आपको किडनी रोग होने का अधिक जोखिम है। यदि आपको किडनी फेलियर होता है, तो इसका उपचार किडनी ट्रांसप्लांट या डायलिसिस ही है।
किडनी खराब होने के लक्षण
1. कई बार मरीजों को इस बीमारी का पता ही नहीं चलता है, लेकिन कई बार शरीर में कई तरह के सिम्टम्स नजर आ जाते हैं, जैसे मरीज के पेशाब में झाग आना। तो मरीज कई बार इस बात को इसको इग्नोर कर देता है लेकिन इसको इग्नोर नहीं करना चाहिए।
2. पैरों में सूजन आना यह सभी किडनी खराब होने के शुरुआती सिंप्टम्स है। ऐसा महसूस होने पर डॉ रमन कलसी ने बताया कि मरीज को जल्द से जल्द अपने डॉ से संपर्क करना चाहिए और उनके द्वारा बताए गए टेस्ट आधी करवाने चाहिए।अगर बिना किसी कारण आपका ब्लड लेवल कम हो रहा है।
3. शरीर में थकान महसूस होना, भूख कम लगना, एनर्जी लेवल कम होना।
4. खासतौर पर जो शुगर के मरीज है या जिनका ब्लड प्रेशर अनकंट्रोल रहता है। उन्हें तो बिल्कुल भी देरी नहीं करनी चाहिए।
किडनी की बीमारी के कितने चरण होते हैं?
हर बीमारी के अपने चरण होते है, इसी तरह से किडनी की बीमारी को भी पांच चरणों में बांटा जाता है। सबसे हल्के चरण 1 और 2 हैं। किडनी रोग के इन शुरुआती चरणों में गुर्दे क्षतिग्रस्त होने शुरू हो जाते हैं और पूरी ताकत से काम नहीं करते हैं। चरण 3 में लगभग आधे गुर्दे अपना कार्य करना बंद कर देते है। पांचवे चरण में गुर्दे 15 प्रतिशत काम करते है। जब गुर्दे 5 से 7 प्रतिशत काम करते है तो मरीज डायलिसिस तक पहुंच जाता है।
किडनी की बीमारी से कैसे बचें ?
1. सेहत ठीक रखने के लिए व्यायाम करना बेहद जरुरी है। हमें सैर करनी चाहिए।
2. अपने खान-पान का ध्यान जरूर रखें।
3. आजकल के समय में सभी की जिंदगी में कोई न कोई परेशनी है, लेकिन अगर आप स्वस्थ्य रहेंगे तो हर मुश्किल का सामना कर सकते है, इसीलिए 4. लाइफ में तनाव कम लेना चाहिए।
5. हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
6, पानी ज्यादा से ज्यादा पीना चाहिए।
ऊपर दिए गए आर्टिकल में हमने जो भी बातें बताई हैं, अगर आपको कुछ भी लक्षण नजर आते हैं। तो अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।