दोआबा न्यूज़लाईन
जालंधरः जालंधर लोकसभा उपचुनाप से पहले शिरोमणि अकाली दल के दो फाड़ होने की ख़बरें आज कल हर अखबार की सुर्ख़ियों पर हैं। इसी कड़ी में आज अकाली उम्मीदवार सुरजीत कौर और अकाली नेता राजपाल ने जालंधर प्रेस क्लब में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कई बड़े खुलासे किए। उन्होंने कहा कि सुरजीत कौर को टिकट देना हाईकमान का फैसला था और जालंधर आम चुनाव की कमान बीबी जागीर कौर, डॉ. सुखविंदर सुखी और गुर प्रताप सिंह वडाला और महिंदर सिंह केपी को सौंपी गई है। लेकिन आज पार्टी उनसे किनारा कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि सुखबीर सिंह बादल के हस्तक्षेप के बाद ही टिकट बीबी सुरजीत कौर को दी।
अकाली उम्मीदवार सुरजीत कौर ने प्रेसवार्ता में यह भी कहा कि उनके खिलाफ साजिशें की जा रही हैं और पार्टी दो फाड़ नजर आ रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते उन्होंने जिला अकाली जत्था के अध्यक्ष कुलवंत सिंह मन्ना पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि उन्हें बताए बिना चुनाव चिन्ह वापस ले लिया। जबकि कुलवंत सिंह ने डीसी कार्यालय जाकर दावेदारी के कागज वापस लेने के लिए उनके जाली हस्ताक्षर तक किए हैं। उनके अनुसार उन्हें तो इस बारे में पता भी नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि आज पार्टी ने उन्हें इसलिए छोड़ रही है क्योंकि वह एक गरीब परिवार से हैं।
सुरजीत कौर ने कहा कि पार्टी दो हिस्सों में बंट गई है और इसमें उनकी कोई गलती नहीं है। इस दौरान बीबी सुरजीत कौर और उनके सहयोगियों ने एलान किया कि पार्टी चाहे उनका समर्थन करे या न करे, वह चुनाव जरूर लड़ेंगे और पीछे नहीं हटेंगे। इसके साथ ही उन्होंने भाई अमृत पाल सिंह के माता-पिता और सिमरजीत सिंह मान से भी अपील की कि वह इस चुनाव में उनका समर्थन करें क्योंकि पार्टी ने तो उनका साथ ही छोड़ दिया है, लेकिन वह किसी भी हाल में पीछे न हटकर चुनाव लड़ेंगे।
वहीं अकाली नेता राजपाल ने कहा कि सबकी मौजूदगी और सर्वसम्मति से बीबी सुरजीत कौर को वेस्ट उपचुनाव का दावेदार घोषित किया गया। जिसके बाद उच्च अकाली लीडरशिप की मौजूदगी में सुरजीत कौर ने नामांकन भरा। लेकिन आज पार्टी कह रही है कि चुनाव लड़ो या न लड़ो पार्टी सुरजीत कौर की किसी भी तरह से कोई मदद नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि बीबी सुरजीत कौर का परिवार लगभग पिछले 40 साल से पार्टी की सेवा में है। आज तक उन्होंने निस्वार्थ भाव से पार्टी के अनुसार ही कार्य किए हैं।
इस दौरान बीबी सुरजीत कौर के साथ उनकी बेटी, उनकी बहू और जत्थेदार प्रीतम सिंह का बेटा अजीत सिंह राठौर, मेंबर कोर कमेटी सहित यूथ अकाली दल के कई नेता यहां मौजूद रहे।