दोआबा न्यूज़लाईन (जालंधर/शहर)
जिला प्रशासन जालंधर ने आज अंतर-जातीय विवाह योजना के तहत 100 पात्र लाभार्थियों को 50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की।
इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर जसबीर सिंह ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य समाज से जाति-आधारित भेदभाव को खत्म करना और लोगों में भाईचारे को बढ़ावा देना है।
उन्होंने कहा कि अंतर-जातीय जोड़े इस योजना के तहत 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता पाने के हकदार है। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन ने सभी लाभार्थियों के खाते में 30-30 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की है, जबकि सभी 100 लाभार्थियों को 20-20 हजार रुपये के नैशनल सेविंग सर्टीफिकेट भी दिए गए।
अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार समाज के सभी वर्गों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए वचनबद्ध है, जिसके तहत सरकार द्वारा पहले ही कई अनूठी पहल की जा चुकी हैं। उन्होंने कहा कि यह वित्तीय सहायता योजना के तहत प्रत्येक जोड़े को प्रदान की जाती है ताकि उनके हितों की रक्षा के साथ-साथ उन्हें आर्थिक तौर पर भी सुविधा दी जा सके।
इस संबंधी अधिक जानकारी देते हुए जिला समाज भलाई अधिकारी संजीव मनन ने बताया कि इस योजना के तहत कुल 100 लाभपात्रियों को 50 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है। इसी बीच जिला प्रशासकीय कंप्लैक्स स्थित डा. बीआर अंबेडकर हॉल में एक सैमीनार का भी आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि जिन जोड़ों ने अंतर-जातीय विवाह का रजिस्ट्रेशन करवाया है, वे 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्राप्त करने के लिए सामाजिक न्याय विभाग में इस योजना के लिए आवेदन कर सकते है।