दोआबा न्यूजलाइन
जालंधर : जालंधर देहात के नकोदर इलाके में बाबा साहेब की प्रतिमा पर खालिस्तानी नारे लिखने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी हरविंदर सिंह विर्क ने बताया कि 14 फरवरी की सुबह नकोदर में बाबा साहेब की प्रतिमा पर आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के कहने पर आरोपियों ने खालिस्तानी नारे लिखे थे। वहीं इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों की पहचान 19 वर्षीय तेजपाल सिंह उर्फ़ पाली निवासी मोहल्ला रंजीत नगर नकोदर, 19 वर्षीय कार्तिक निवासी गुरु तेग बहादुर नगर नकोदर और 19 वर्षीय वीर सुखपाल सिंह निवासी खानपुर धड्डा थाना सदर नकोदर के रूप में हुई है।
वहीं अमेरिका में रह रहे गुरपतवंत सिंह पन्नू निवासी अमेरिका, कनाडा में रह कर इस तरह की घटनाएं नौजवानों से कराने वाले बलकर्ण सिंह निवासी खानपुर धड्डा थाना सदर नकोदर और यूके में रह रहे जसकर्णप्रीत सिंह उर्फ़ बावा निवासी खानपुर धड्डा थाना सदर नकोदर की गिरफ्तारी बाकी है। आरोपी स्टूडेंट है और कॉलेज में पढ़ाई कर रहे है। हालांकि 19 वर्षीय तेजपाल 12वीं पास है। पन्नू ने बलकरण सिंह के ज़रिए पैसों का लालच देकर घटना को अंजाम देने के लिए कहा था। एसएसपी ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ के दौरान पता चला कि बीर सुखपाल, बलकरण सिंह का चचेरा भाई है, जो कनाडा में रह रहे है और बलकरण सिंह ने अपने भाई जसकनप्रीत के माध्यम से तेजपाल और कार्तिक को इस काम के लिए प्रेरित किया है।
इस संबंध में बलकरण सिंह ने बीर सुखपाल सिंह के खाते में 25000 पैसे भेजे और इन्होंने एक साथ मिलकर स्टेट पब्लिक स्कूल, नेशनल कॉलेज नकोदर और जालंधर बाईपास के पास खालिस्तानी समर्थन में लिखने का काम किया और खालिस्तानी जनमत संग्रह के संबंध में पोस्टर लगाकर उनकी वीडियो बना कर सोशल मीडिया पर डालने के लिए बलकरण सिंह के माध्यम से गुरपतवंत पन्नू को भेजी, जिसने बाद में सोशल मीडिया पर पोस्ट करके सांप्रदायिक नफरत फैलाने का काम किया। जांच में सामने आया है कि बलकरण सिंह के खाते में 25 हजार की एक ट्रांसजेक्शन की गई। कार्तिक कॉलेज में बीए पार्ट-1 का स्टूडेंट है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करके पुलिस रिमांड हासिल किया जाएगा।
इसके साथ ही जानकारी देते हुए एसपी हरविंदर सिंह विर्क ने कहा कि नकोदर के बाद बीते दिनी फ्लोर हल्के में बाबा साहेब डॉ बी आर अंबेडकर की प्रतिमा पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखने के लिए भी इसी बलकरण सिंह द्वारा कुछ लोगों को भेजा गया था।